ब्लैकमेल कांड के आरोपियों को फांसी दिलवाने की मांग।

बहु चर्चित ब्लैकमेल कांड ।
युवाओं ने जनाक्रोश रैली निकाल कर किया प्रदर्शन।शिक्षक संघ ने भी दिया ज्ञापन। न्यायालय से दोषियों के खिलाफ संज्ञान लेने की मांग।
शाहपुरा, 24 फरवरी। अजमेर जिले के बिजयनगर में बहु चर्चित ब्लैकमेल कांड मामले में शाहपुरा के कई संगठनों के लोगों ने जन आक्रोश रैली निकल कर प्रदर्शन करते हुए गणेश उत्सव समिति की के तत्वाधान में मुख्यमंत्री के नाम नायब तसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
जानकारी के अनुसार बिजयनगर की स्कूली छात्राओं को ब्लैकमेल कर उनके साथ किए गए गलत कार्यों को लेकर शाहपुरा क्षेत्र के कई संगठनों के युवाओं का गुस्सा फूट पड़ा और सोमवार के बालाजी की छतरी से विभिन्न मार्ग से होते हुए उपखंड कार्यालय तक युवाओं ने हाथों में तख्तियां, बैनर पोस्टरों के साथ जन आक्रोश रैली निकाली। उपखंड कार्यालय के बाहर पहुंचने पर रैली एक सभा में परिवर्तित हो गई।
जहां गणेश उत्सव समिति, विप्र सेना, परशुराम सेना सहित कई संगठनों के सदस्य प्रियेश सिंह यदुवंशी, अर्पित कसेरा, जयंत जीनगर, अंकुर ओझा, मिंकु पौंड्रिक, अभिषेक मेहता, पवन शर्मा, देव कृष्ण राज पाराशर, निखिल जीनगर, पार्षद कमलेश धाकड़ निखिल जीनगर, प्रवीण सोनी, चीनू बैरागी हिमांशु सेन, विजेंद्र सिंह राणावत, अंकुश कटारिया, प्रकाश धाकड़, सक्षम पोरवाल, पीयूष अग्रवाल, विनय सुगंधी, नरेंद्र सिंह आदि कई युवाओं ने इस घटना को मानवता के लिए शर्मसार करते वाली घटना बताते हुए निंदा की और कहा कि इस घटना ने समाज को झकझोर कर रख दिया। ज्ञापन में पीड़ित छात्राओं को न्याय दिलाने, दोषियों के खिलाफ शीघ्र सख्त कार्यवाही करवा न्यायालय से दोषियों को फांसी दिलाने की मांग पर जोर दिया।
राजस्थान शिक्षक संघ में भी दिया ज्ञापन।
न्यायालय दोषियों के खिलाफ ले संज्ञान।
शाहपुरा। राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) शाहपुरा के कई शिक्षक शिक्षिकाओं ने सोमवार को प्रशासन को ज्ञापन सौंप कर नाबालिग छात्राओ के सामूहिक यौन शोषण कर ब्लैकमेल कर उनके साथ सामूहिक कुत्सित प्रयास हुआ। इस पाशविक उन्माद की कुत्सित मानसिकता से ग्रस्त इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की शिक्षक संघ कड़ी निंदा करता है। एक संगठित परिपूर्ण, कुत्सित मानसिकता से प्रेरित व्यवस्थित गिरोह की योजना में शामिल दोषियों के खिलाफ न्यायालय को संज्ञान लेते हुए शीघ्र न्याय सुनिश्चित करके ऐसी कठोर कार्यवाही करें जिससे ऐसे लोगों के पाशविक उन्माद का समूल उन्मूलन हो सके। इस मौके पर शांति धाभाई, सावित्री नामा, दुर्गा बैरवा, वर्षा व्यास, सुधा पारीक, रामेश्वरी देवी, चंदा सुवालका, कुसुम सैनी प्रीति चौहान सहित कई शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थी।

