भजन संध्या में पुलिस हस्तक्षेप से भड़के श्रद्धालु



प्रशासन की स्वीकृति पत्र, पुलिस द्वारा जप्त साउंड सिस्टम लाते हुए आयोजक फोटो में।
शाहपुरा जिला बचाओ….के लगे नारे।
पुलिस ने जप्त किया साउंड मॉनिटर, दस्तावेज देने के बाद लौटाए उपकरण।
शाहपुरा 9मार्च। शनिवार देर रात राउमा विद्यालय परिसर में आयोजित सांवरा सेठ की भजन संध्या में उस वक्त हंगामे के हालात बन गए जब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्यक्रम को रुकवा दिया। श्रद्धालुओं ने इसे धार्मिक भावना पर चोट मानते हुए जमकर विरोध किया।
जानकारी के अनुसार चल रही भजन संध्या के मध्य में किसी अज्ञात व्यक्तियों ने भीड़ में शाहपुरा जिला बचाओ को लेकर नारे लगाए। भजन संध्या में शामिल किन्हीं जनप्रतिनिधियों को बुरा लगा और भीलवाड़ा पुलिस कंट्रोल रूम पर शिकायत दर्ज करवा दी।
फिर क्या था शांति से चल रही भजन संध्या में व्यवधान आगया, श्रद्धालुओं में बवाल मच गया।
श्रद्धालुओं का आरोप था कि शाहपुरा थानाधिकारी सुरेश चंद्र माय जाप्ते के मौके पर पहुंचे और आयोजकों से भजन संध्या बंद करवाने का दबाव बनाया। पुलिस से आयोजकों ने काफी अनुनय विनय करने के बाद भी कंट्रोल रूम की शिकायत का हवाला देकर पुलिस ने कार्यवाही की। पुलिस की हठधर्मिता इतनी बढ़ गई कि आयोजकों ने अंततः रात 2 बजे अस्थाई मंदिर में भगवान सांवरा का पौढ़ावना के दौरान माइक पर आरती गाने लगे तो माइक पर आरती तक नहीं बोलने दी। इस पर तनाव बढ़ जाने पर आयोजकों ने शांति पूर्ण ढंग से श्रद्धालुओं को समझा कर मामला शांत करवाया। इस दौरान कार्रवाई करते हुए हुए मौके पर पुलिस ने साउंड मॉनिटर जप्त कर अपने साथ ले गई। रविवार को भजन संध्या अन्य कार्यक्रमों की विधिवत अनुमति पत्र प्रस्तुत करने के बाद पुलिस ने साउंड उपकरण आयोजकों को लौटाया।
उल्लेखनीय है कि भजनों के दौरान किसी नागरिक ने भजन कलाकार छोटू सिंह रावणा को सांवरा सेठ के दरबार में शाहपुरा को पुनः जिला बनाए जाने की अरदास लगवाई। रावणा ने एक भक्त के प्रार्थना पत्र को मंच से माइक के जरिए भगवान से जिला बनने की गुहार कर डाली, और भीड़ में जिलाबचाओ के लोग नारे लगाने लगे और शिकायत से यह मामला बढ़ गया।
आपको बताते चले कि गत वर्ष भी फूलडोल महोत्सव के दौरान नगर परिषद द्वारा आयोजित भजन संध्या को भी लोगों ने प्रशासन को शिकायत करवा रुकवाई थी। इसे धार्मिक सार्वजनिक कार्यक्रमों की शिकायत करने वाले धार्मिक व समाजकंटको के खिलाफ शाहपुरा क्षेत्रवासियों के खिलाफ जोरदार गुस्सा फूट पड़ा। नगर में हर चौराहे, गली, मोहल्ले में दिन भर यही चर्चा का विषय बना रहा।
इनका कहना है: पुलिस कंट्रोल रूम से मिली सूचना पर भजन संध्या कार्यक्रम स्थल पर जाकर आयोजकों से साउंड की आवाज कम करने का आग्रह किया। कार्यक्रम बंद करने का कोई दबाव नहीं बनाया। कोई सामान जप्त नहीं किया। सुरेश चंद्र, थानाधिकारी शाहपुरा