मनरेगा कार्यस्थलों पर अनिवार्य होंगे स्थाई डिस्प्ले बोर्ड, विभाग ने दिए सख्त निर्देश

अजमेर। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत चल रहे कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अब सभी कार्यस्थलों पर स्थाई डिस्प्ले बोर्ड लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने राज्य के सभी जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (CEO) को इस संबंध में सख्त निर्देश जारी किए हैं।
जनप्रतिनिधियों की शिकायतों पर सख्ती
विभाग को लगातार जनप्रतिनिधियों की ओर से यह शिकायत प्राप्त हो रही थी कि कई पंचायतों में सरपंच, ग्राम सेवक और मैट द्वारा मनरेगा कार्यस्थलों पर डिस्प्ले बोर्ड नहीं लगाए जा रहे हैं। इससे आमजन और प्रतिनिधियों को कार्यस्थलों पर चल रहे कार्यों, कार्यरत श्रमिकों और अन्य विवरणों की जानकारी नहीं मिल पाती।
पूर्ण व प्रगतिरत कार्यों की जानकारी बोर्ड पर होगी दर्ज
नए निर्देशों के अनुसार, प्रत्येक मनरेगा कार्यस्थल पर एक स्थाई डिस्प्ले बोर्ड लगाया जाएगा जिसमें कार्य का नाम, लागत, समय-सीमा, श्रमिकों की संख्या, अब तक का व्यय और प्रगति की स्थिति स्पष्ट रूप से अंकित की जाएगी। साथ ही वे कार्य जो विभागीय एमआईएस (MIS) पर पूर्ण नहीं दर्शाए गए हैं, उन्हें भी डिस्प्ले पर दर्शाना अनिवार्य होगा।
भौतिक निरीक्षण करने के भी निर्देश
विभाग ने जिला परिषद सीईओ को निर्देश दिए हैं कि वे इस आदेश की पालना सुनिश्चित करें और संबंधित बीडीओ को स्पष्ट निर्देश जारी करें। साथ ही अधिकारियों को यह भी कहा गया है कि वे स्वयं कई स्थानों पर जाकर भौतिक निरीक्षण करें ताकि आदेशों की प्रभावी क्रियान्विति सुनिश्चित हो सके।