भीलवाड़ा में भामाशाह सम्मान समारोह: 13 दानदाता और 3 प्रेरकों को किया गया सम्मानित, सांसद बोले – “भामाशाह शब्द मेवाड़ की ऐतिहासिक देन”

भीलवाड़ा, 28 जून (प्रतीक पाराशर) – शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देने वाले भामाशाहों और प्रेरकों के सम्मान में शुक्रवार को भीलवाड़ा के सुभाष नगर राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में जिला स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 13 भामाशाहों एवं 3 प्रेरकों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने विद्यालय विकास के लिए उल्लेखनीय योगदान दिया है।
यह कार्यक्रम राजस्थान सरकार की ओर से चल रही भामाशाह योजना के अंतर्गत शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार संपन्न हुआ, जिसमें समाजसेवी दानदाताओं को विद्यालय के उन्नयन के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
समारोह में भीलवाड़ा सांसद दामोदर अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा, “भामाशाह शब्द स्वयं मेवाड़ की ऐतिहासिक देन है। जिन्होंने अपनी खून-पसीने की कमाई से स्कूलों के लिए सहयोग किया, वे समाज के सच्चे प्रेरक हैं। उनका यह योगदान शिक्षा जगत को नई दिशा देगा।” उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा देशभर में प्रवासियों को राजस्थान के विकास हेतु अपनी आय का एक हिस्सा देने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
भामाशाह प्रभुलाल सुवालका ने कार्यक्रम में प्रेरक वक्तव्य देते हुए कहा, “कमाई बहुत होती है, लेकिन उसका उपयोग राष्ट्रहित में करना ही सच्ची सेवा है। जब अंतरात्मा कहे, वहीं खर्च करना चाहिए। देश ने हमें बहुत दिया है, अब लौटाने का समय है।”
जिला शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय प्रारंभिक) रामेश्वरलाल बाल्दी ने बताया कि यह भीलवाड़ा का प्रथम जिला स्तरीय आयोजन था, जिसमें 13 भामाशाहों और 3 प्रेरकों को सम्मानित किया गया। उन्होंने अपील की कि समाज के सक्षम वर्ग को विद्यालयों के विकास और बच्चों की शिक्षा के लिए आगे आना चाहिए।
इस अवसर पर विधायक अशोक कोठारी, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा, पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. शंकरलाल माली, विद्यालय स्टाफ और आमजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।