आरएसएस के पंच परिवर्तन अभियान का शुभारंभ।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूर्ण।
आरएसएस के पंच परिवर्तन अभियान का शुभारंभ।
चित्तौड़ प्रांत के 15302 गाँवों में 90हजार कार्यकर्ता 2 करोड़ 11लाख लोगों से करेंगे संपर्क।
घर-घर जाकर सामाजिक समरसता का देंगे संदेश।
साहित्य भेंट किया गया
शाहपुरा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में संघ के पंच परिवर्तन अभियान का शुभारंभ रविवार को भाणा गणेश मंदिर से हुआ। नगर संघ चालक कन्हैयालाल जानकारी देते हुए बताया कि शाहपुरा जिला स्वयंसेवकों ने भगवान गणपति की पूजा-अर्चना के साथ इस ऐतिहासिक अभियान का आगाज किया गया।
अभियान की शुरुआत में डॉ. हेडगेवार को याद करते हुए की। 26 नवम्बर से 16 नवम्बर तक चलने वाले इस अभियान में शाहपुरा जिले के 9 खण्डों के 829 गाँवों में एक लाख से अधिक परिवारों तक घर-घर जाकर संघ कार्यकर्ता सामाजिक समरसता, पर्यावरण, कुटुंब प्रबोधन, स्व का बोध व नागरिक कर्तव्य का संदेश देंगे ।
संघ के इस जन जागरण अभियान में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं की टोलियाँ बनाई गई हैं, जो गली-मोहल्लों में जाएँगी। अभियान को लेकर रविवार को संघ कार्यकर्ताओं ने भाणा गणेश मंदिर में पूजा अर्चना कर साहित्य व पत्रक भेंट किया।
उन्होंने बताया कि इस क्रम में चलने वाले इस अभियान में संघ के कार्यकर्ता घर-घर जाकर संपर्क करेंगे। परिवार के सदस्यों से पंच परिवर्तन और संघ यात्रा के विषय पर चर्चा करेंगे। प्रत्येक परिवार को एक कर-पत्रक (ब्रॉशर), भारत माता का चित्र और एक स्टिकर निःशुल्क दिया जाएगा। 21 दिन तक चलने वाले अभियान को लेकर संघ ने बड़े स्तर पर तैयारियाँ की हैं ।
इस अभियान में चित्तौड़ प्रांत के 15302 गाँवों को शामिल किया गया है। 2 करोड़ 11 लाख और 42 लाख परिवारों से संपर्क किया जाएगा। इसके लिए करीब 90,000 कार्यकर्ताओं की टोलियाँ गठित की गई हैं जो बस्ती व मण्डल स्तर पर शाखा के माध्यम से कार्य करेंगी।
गृह संपर्क अभियान के तहत स्वयंसेवक घर-घर जाकर समाज में संघ साहित्य का वितरण करेंगे व संघ कार्य का उद्देश्य बताएंगे। पंच परिवर्तन के विषयों को समाज में अपनाने का आग्रह करेंगे। सज्जन शक्ति और मातृ शक्ति को समाज के प्रति संवेदनशील बनाना ।
सर्वव्यापी, सर्व स्पर्शी, संपर्क कीस्थाई रचना करेंगे।