शाहपुरा का जिला कोषालय, प्रस्तावित महिला थाना निरस्त

जिला टूटा, विभाग टूटे।
शाहपुरा का जिला कोषालय निरस्त, अब उप कोषालय रहेगा।
महिला थाना भी हुआ निरस्त।
शाहपुरा, 15 जनवरी। शाहपुरा जिले का राजस्थान सरकार द्वारा समाप्त करना और इसके परिणामस्वरूप जिला कोषालय और प्रस्तावित महिला थाना निरस्त करना, क्षेत्र के प्रशासन, विकास और सामाजिक संरचना पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।
राज्य सरकार के निर्देशानुसार वित्त (कोष एवं लेखा) विभाग के प्रमुख शासन सचिव
देवाशीष पृष्टि ने अधिसूचना जारी करते हुए अगस्त 2023 में शामिल किए गए नवीन कोषालय को निरस्त करने के आदेश जारी किए जिसमें शाहपुरा का कोषालय को भी निरस्त किया। अब शाहपुरा में उप कोषालय संचालित रहेगा।
यह पड़ेगा प्रभाव – कोषालय के निरस्तीकरण का प्रभाव यह पड़ेगा कि जिला कोषालय के अभाव में स्थानीय स्तर पर सरकारी वित्तीय कार्यों का संचालन बाधित होगा। सरकारी कर्मचारियों और स्थानीय संस्थानों को वित्तीय कार्यों के लिए अब भीलवाड़ा पर निर्भर रहना पड़ेगा।
शाहपुरा को जिला के रूप में मान्यता मिलने के बाद जो प्रशासनिक सेवाएं सुगमता से उपलब्ध हो सकती थीं, अब भीलवाड़ा स्थानांतरित हो जाएंगी। इससे आम नागरिकों को सरकारी कार्यों के लिए अधिक दूरी तय करनी पड़ेगी।
महिला थाना निरस्त: वही राजस्थान सरकार ने गजट नोटिफिकेशन जारी करने के दौरान गृह (पुलिस विभाग) की संयुक्त शासन सचिव कश्मी कौर ने आदेश जारी कर राजस्थान में 7 महिला थाने बंद करने के साथ 210 पदों भी समाप्त किए।
उल्लेखनीय है कि शाहपुरा जिले बनने के दौरान शाहपुरा में महिला थाना खोलने का प्रावधान था जिसे अब तुरंत प्रभाव से निरस्त करने के आदेश जारी किए।
यह पड़ेगा प्रभाव – प्रस्तावित महिला थाना निरस्त होने से क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा और उनके लिए न्याय प्रणाली की पहुंच सीमित हो जाएगी। घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न और अन्य महिला अपराधों में इजाफा होगा।